हरियाली तीज का त्योहार आज पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। यह त्योहार विशेष रूप से उत्तर भारत में, ख़ासकर राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में, धूमधाम से मनाया जाता है।
हरियाली तीज, जिसे “तीज” भी कहा जाता है, वर्षा ऋतु के मध्य में मनाया जाता है। तीज का त्यौहार पत्नी पार्वती और पति शिव के बीच के संबंधों का प्रतीक है। यह त्यौहार पार्वती के अपने पति के प्रति अटूट समर्पण का प्रतीक है। इस त्योहार मे मुख्य रूप से महिलाएँ अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाल जीवन के लिए व्रत रखती हैं और इस ख़ास अवसर पर महिलाएँ हरे व लाल रंग के वस्त्र पहनती हैं और अपने हाथों में मेहंदी लगा कर सजधज कर पूजा-पाठ करती है और भगवान शिव और माता पार्वती का आशिर्वाद लेती हैं। इसके अलावा आज के दिन, महिलाएँ विशेष रूप से झूला झूलने का आनंद लेती हैं और लोक गीत गाती हैं और, पूजा स्थल को हरे पत्तों और फूलों से सजाया जाता है, और घरों में पूरी पकवान बनाए जाते हैं जो की इस त्योहार की प्रमुख विशेषता है।
हरियाली तीज की विशेषता यह है कि यह भारतीय संस्कृति और परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हमें हमारी संस्कृति से जोड़े रखता है और साथ ही ग्रामीण जीवन से जुड़े रहने का एहसास दिलाता है।इस त्योहार के दिन कुंवारी कन्याऐं शादीशुदा महिलाओं को फूल देतीं है और झुला झुलाती हैं।इस पर्व की खुशियाँ हर ओर फैली हुई हैं और यह त्योहार भारतीय समाज की विविधता और समृद्धि को दर्शाता है।
तुलसी त्यागी। मुद्दा टीवी