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प्रकृति और इंसान के बीच जंग मे इंसान की हुई जीत, श्रमिक सिलक्यारा टनल से बाहर निकले

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देहरादून। आखिरकार 17 दिनों से इंसान और प्रकृति के बीच चल रही जंग में जीत इंसान की हुई और पिछले 12 नवंबर से सिलक्यारा टनल मे फंसे हुए 41 श्रमिक सकुशल बाहर निकल आए। जिस समय श्रमिक टनल से बाहर आए उस समय प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी साहित कई अधिकारी टनल मे मौजूद थे और जैसे ही पहला श्रमिक बाहर निकला वहा मौजूद हर शख्स के चेहरे पर जीते की खुशी साफ झलक रही थी हर कोई मानो चीख चीख कर ये बताना चाह रहा था कि हमने 16 दिनो की ये जंग जीत ली है।

17 दिनों से लगातार दिन रात काम कर रहे रेस्क्यू टीम के सभी कर्मचारियों के चेहरे पर भी खुशी साफ साफ दिखाई दे रही थी और जो श्रमिक बाहर निकल रहे थे उनका वहा मौजूद मुख्य्मंत्री पुष्कर सिंह धामी और मौजूद अधिकारी वर्ग फूल मालाओं से स्वागत कर रहे थे । स्वागत हो भी क्यों ना आज का दिन वास्तव मे उत्तराखंड के इतिहास मे एक अहम दिन बन गया है जिसकी मिसाले कई सालो तक आने वाली पीढ़ियों को दी जायेगी और बताया जायेगा की इंसान ने हार नहीं मानी 17 दिन तक । इंसान ने आज फिर सिद्ध कर दिया की इंसान के अंदर अगर इच्छाशक्ति हो तो वो नामुमकिन को भी मुमकिन कर सकता है।

वास्तव मे पिछले 17 दिनों से जिस तरीके से दिन रात एक करके हमारी रेस्क्यू टीम के कर्मचारियों ने काम किया वाकई वो काबिले तारीफ़ था । कई अड़चने आई कई मशीनें फेल हुई कई मशीनों के पुर्जे टूटे लेकिन नही टूटा तो हमारे रेस्क्यू टीम के कर्मचारियों का विश्वास । और उनकी मेहनत आखिरकार रंग लाई और 41 मज़दूर सकुशल 17 दिन बाद बाहर आ गए इसलिए आज का दिन वास्तव मे जीत का दिन है । लेकिन इन सब के बीच हमे एक बात हमेशा याद रखनी होगी की प्रकृति हमे बार बार चेतवानी दे रही है कि मेरे साथ खिलवाड़ मत करो वरना भविष्य में परिणाम गंभीर होगे। हमारी सरकारों को और हमारे नितिनिर्धारको को निस्वार्थ भाव से उत्तराखंड की जनता के हित में अब ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे मानव और प्रकृति के बीच संतुलन बना रहे और इंसान को भविष्य में एसी घटनाओं से रूबरू ना होना पड़े क्योंकि जिस तरीके की भौगोलिक सरचना उत्तराखंड की है उसको देखते हुए और इस घटना से सबक लेते हुए अब सरकार को फूक फूक कर कदम रखना पड़ेगा और विकास योजनाओं का ऐसा खाका बनाना होगा जिससे प्रकृति को नुकसान कम से कम हो। क्योंकी इतिहास गवाह है जब जब प्रकृति के साथ हद से ज्यादा छेड़छाड़ हुई है तब तब उसने रौद्र रुप लिया है।

देवेंद्र प्रसाद, एडिटर इन चीफ,मुद्दा टीवी

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